SEBI Full Form/Sebi full form in hindi.

SEBI Full Form/Sebi full form in hindi.

SEBI Full Form- Securities and Exchange Board of India.

Sebi full form in hindi.

SEBI Full Form In Hindi भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड।

securities and exchange board of India या 

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड की स्थापना वर्ष 1992 में एक वैधानिक निकाय के रूप में हुई थी।

भारतीय प्रतिभूति और विनय बोर्ड की प्रस्तावना

प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के बुनियादी कार्यों का वर्णन कुछ इस प्रकार करती है .. 

प्रतिभूतियों में निवेशको के हितों की रक्षा करना और विभूति बाजार के विकास को बढ़ावा देना और विनियमित करना ।

Who Is the chairperson of SEBI?

Chairperson of SEBI is Madhabi Puri Buch

SEBI का चेयरमैन कौन है?/SEBI chairman

Madhabi Puri Buch

AFD जिसका फुल फॉर्म alternative investment fund and foreign portfolio investors department.

AFD को हिंदी में वैकल्पिक निवेश कोष और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक विभाग कहा जाता है

SEBI का AFD  एक ऐसा विभाग है जो किंग अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड से रिलेटेड सभी कार्य का देखरेख AFD करता है। जैसे कि 

VCF का फुल फॉर्म venture capital funds होता है। जिसे हिंदी में उधम पूंजी निधि कहा जाता है।

FVCI का फुल फॉर्म foreign venture capital investors होता  हैं । जिसे हिंदी में विदेशी उधम पूंजी निवेशक कहा जाता है।

FPI का फुल फॉर्म foreign portfolio investors होता हैं। जिसे हिंदी में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक कहा जाता है।

सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया किसी भी सहायता के लिए आप इस हेल्पलाइन नंबर 18002667575 का इस्तेमाल कर सकते हैं।

 SEBI किसी भी प्रकार का कंप्लेंट दर्ज करने के लिए आप सेबी के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आप ऑनलाइन कंप्लेंट कर सकते हैं।sebi.gov.in

SEBI का कार्य और शक्तियां क्या है ?

सेबी स्टॉक एक्सचेंजो गतिविधियों को नियंत्रित करता है और शेयरधारकों के अधिकारों की रक्षा करता है और उनके द्वारा निवेश किए गए पंजिओ के सुरक्षा का ग्रांटी भी देता है।

SEBI अपने वैधानिक नियमों और स्व विनियमन व्यवसाय के बीच सामंजस्य स्थापित करके सभी प्रकार के धोखाधड़ी की जांच सेबी करता है।

SEBI एक ऐसा बाजार प्रदान करता है जिसमें जारीकर्ता ठीक से वित्त बढ़ा सकते हैं।

यह निवेशको से सटीक और सटीक जानकारी की सुरक्षा और आपूर्ति भी सुनिश्चित करता है।

SEBI शेयरों के व्यापार का विश्लेषण करता है और बाजार को धोखाधड़ी से सुरक्षित करता है यह स्टॉक ब्रोकर्स और सब स्टॉक ब्रोकर को भी नियंत्रित करता है।

निवेशकों को उनके ज्ञान को बढ़ाने के लिए बाजार के बारे में भी शिक्षा प्रदान करता है।

SEBI क्या है ? और SEBI का फुल फॉर्म (SEBI Full Form)

SEBI का फुल फॉर्म securities and exchange board of India जिसे हिंदी में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के नाम से जाना जाता है SEBI एक वैधानिक नियामक प्राधिकरण है।

सेबी भारतीय पूंजी बाजारों की देखरेख करता है विशिष्ट कानूनों के तहत विनियमो को लागू कर के यह शेयर बाजारों को नियंत्रित करता है….और यह निवेशको के हित की रक्षा करता है।

SEBI भारत में प्रतिभूति बाजार को नियंत्रित करता है वैसे तो सेबी का मूल कार्य प्रतिभूतियों में निवेशकों के हितों की रक्षा करना और प्रतिभूति बाजार को बढ़ावा देना और बीए निमित्त करना है।

सेबी का संचालन इसके बोर्ड के सदस्यों द्वारा किया जाता है बोर्ड में एक अध्यक्ष और कई अन्य पूर्णकालिक और अंशकालिक सदस्य होते हैं।

सेबी के अध्यक्ष को केंद्र सरकार द्वारा नामित किया जाता है अन्य में वित्त मंत्रालय के 2 सदस्य भारतीय रिजर्व बैंक का एक सदस्य और 5 अन्य सदस्य भी केंद्र द्वारा नामित किए जाते हैं।

सेबी का मुख्यालय मुंबई में स्थित है और क्षेत्रीय कार्यालय कोलकाता अहमदाबाद चेन्नई और दिल्ली में स्थित है।

SEBI  का सुरक्षात्मक कार्य क्या है ?(what is the protective function of SEBI?)

आप लोग कभी कभी किसी कंपनी के शेयर के प्राइस तेजी से ऊपर जाते हुए देखे होंगे या तेजी से नीचे आते हुए देखे होंगे।

जब भी किसी कंपनी के शेयर प्राइस में अधिक बदलाव होता है तो उसे इंसाइडर ट्रेडिंग के नाम से जाना जाता है इसमें बड़े बड़े पूंजीपतियों का हाथ होता है जोकि किसी कंपनी के शेयर को अचानक से प्राइस को ऊपर ले जाते हैं

 जब छोटे छोटे पूंजीपतियों ने अपना पैसा इन्वेस्ट कर देते हैं तो उस शेयर का प्राइस को बहुत ही तेजी से नीचे ला दिया जाता है जिससे लोगों को बहुत नुकसान उठाना पड़ता है इसी इसी धोखाधड़ी को सेबी के द्वारा नियंत्रण किया जाता है।

SEBI इंसाइडर ट्रेडिंग को रोकने और कदाचार अर्थात मिसकंडक्ट से बचने के लिए नियमित चेक अप को नियंत्रित करता है।

सेबी निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं को बढ़ावा देता है

सेबी ने धोखाधड़ी और अनुचित व्यापार प्रथाओं को प्रतिबंधित करने के लिए प्रतिभूति बाजार में नियमों और विनियमों एक निश्चित आचार संहिता की स्थापना की।

सेबी द्वारा निवेशकों को वित्तीय बाजार और धान प्रबंधन में अंतर्दृष्टि के बारे में सूचित करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के सेमिनार आयोजित किया जाता है।

SEBI का नियामक कार्य क्या है? ( What is the Regulatory Function Of SEBI?)

आप लोग जानते हैं कि बाजार में वित्तीय व्यवसाय के कामकाज की जांच के लिए आमतौर पर नियामक कार्यों का उपयोग किया जाता है वह बाजार के दक्षता के लिए वित्तीय मध्यस्थों और कारपोरेट को विनियमित करने के लिए नियम स्थापित करता है सेबी के द्वारा दिए गए नियम कुछ इस प्रकार से है।

  • किसी कंपनी को लेने के लिए नियम स्थापित करना।
  • स्टॉक एक्सचेंज की नियमित पूछताछ और ऑडिट आयोजित करना।
  • म्यूच्यूअल फंड की प्रक्रिया को नियंत्रित करना।
  • दलालों उप दलालों और मर्चेंट बैंकरों का पंजीकरण सेबी द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
  • लगाना सी बी द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
  • निजी प्लेसमेंट पर प्रतिबंध लगाना।

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